Love Poetry In Hindi | रूठना😢 तो हमे भी आता हैं

The love story is sometimes narrated in the form of poetry and sometimes in the form of Love Poem, Poetry on Love In Hindi.

Love Poetry In Hindi 

रूठना😢 तो हमे भी आता हैं

लेकिन मनाने कहा कोई 🙏आता हैं


घुटते रहे दर्द 😢को पीते रहे खुद ही 

फिर भी खुशियाँ❤️ सबमे बार-बार बांटता हैं

अकेले में खुद ही आशु बहाता हैं


रूठने 😞का फायदा ही क्या

जो दिल की कही वो नहीं कोई सुन पाता हैं


रूठे 😞धरती का प्यास बुझा बादल उसे मनाता है.

तितली और भवरो को मनाने फूल🌺 हर रोज खिल खिलाते हैं

नदियों की जिद पूरी करने के लिए पहाड़ भी रास्ता बनाता हैं❤️


एक हम है जिसे मनाने 😘 कहा कोई आता हैं...

फूल 🌺 न हो तो भवरो का क्या काम

बिन बरसात 🌦️ मयूरी भी हो जाती उदास

कैसा सावन 🌹जिसमे ना हो बरसात


रूठे 😞ही क्यों जब कोई मनाने नहीं आता हैं 

लाख दर्द के बिच भी मुस्कुराना😊 सीखा हमने

फिर कभी इश्क़❤️ नहीं करने का कसम खाया हमने


रूठना  😢हमे भी आता हैं

लेकिन मनाने कहा कोई आता हैं


काश होता कोई राहो में साथ👩‍❤️‍👨 निभाता

रूठने से पहले ही हमे मनाता


करते कुर्बान ❤️पूरी जिंदगी उस पर

काश कोई तो प्यार 💞 लुटाती हम पर

कहने से पहले ही समझ जाती👩‍❤️‍👨❤️

Love Poetry In Hindi


Love Poetry In Hindi 


एक गलफहमी 😢 सी होने लगी थी,

हवाएं 🌥️ मानो मेरी उम्मीदें ढोने लगी थी,

ये बदलता मौसम 🌦️ था  मुझमे होना,

यह मोहब्बत ❤️ था या दिल ❤️ का मेरा अहकना,

जब प्यासी 🌦️ धरती को आकाश में उमड़ते बादलो 🌥️ से आस होने लगी थी,

वही मै उसके इरादों 🙇 में महफूज होने लगी थी,

वह था बड़ा ही खुशगवार लम्हा,💘

इश्क़ हम दोनों👩‍❤️‍👨 को हुआ हैं,

तब ये गलफहमी सी होने लगी थी,💕


वह लिखता 💌 था नाम मेरे, मैं उसको गाने लगी थी,

मतलब में था वो शायद,😘 मै उसकी होने लगी थी,

वो दुनिया से लड़ने में लगा था,🌹 मैं सपने सजाने लगी थी,

बड़ी मासूम थी उन 🌥️ दिनों मैं,

उसके वायदों 💕 को जिंदगी समझने लगी थी,

वो दिल में बस रहा था और मैं खुद से दूर होने लगी थी। ❤️

मिल 💖जायेंगे एक रोज हम,

तब ये ग़लतफहमी सी होने लगी थी. 💞

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